उत्तर प्रदेश में जन्मे अज़्म शाकिरी मौजूदा वक़्त के मशहूर शायरों में से एक हैं,
जिन्हे हिंदुस्तान के बड़े आल इंडिया मुशायरो से लेकर दुबई,दोहा,मस्कट,सऊदी,
अरेबिया और गल्फ के कई मुल्कों में बुलाया जाता हे
पेश हे अज़्म शाकिरी की एक खूबसूरत ग़ज़ल
ग़ज़ल
शब की आग़ोश में महताब उतारा उस ने
मेरी आँखों में कोई ख़्वाब उतारा उस ने
सिलसिला टूटा नहीं मोम सिफ़त लोगों का
पत्थरों में दिल ए बेताब उतारा उस ने
हम समझते थे कि अब कोई न आएगा यहाँ
दिल के सहरा में भी अस्बाब उतारा उस ने
बज़्म में ख़ूब लुटाए गए चाहत के गुलाब
इस तरह सदक़ा ए अहबाब उतारा उस ने
आँसुओं से कभी सैराब न होता सहरा
मेरे अंदर कोई सैलाब उतारा उस ने
Read More Articles :-