मशहूर-औ-मारूफ शायर डा.राहत इन्दोरी साहब की पैदाईश इंदौर में 1 जनवरी 1950 को हुयी ,राहत साहब,भारतीय उर्दू शायर और हिंदी फिल्मों के गीतकार थे,शायर व गीतकार डा.राहत इन्दोरी साहब,देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर में उर्दू साहित्य के लैक्चरर भी रहे,11 अगस्त सन -2020 को ,डा.राहत इंदौरी का इन्तेकाल कोविड-19 की महामारी के कारण हुआ
वास्तविक नाम -राहत कुरैशी
उपनाम -इन्दोरी
पिता का नाम -रफत उल्लाह कुरैशी
माता का नाम -मकबूल उन निशा बेगम
व्यवसाय-उर्दू शायर, गीतकार
नागरिकता-भारतीय
शिक्षा - उर्दू साहित्य में स्नातकोत्तर एवं पीएचडी
विधा - गज़ल, नज़्म, गीत, फ़िल्मी गीत
मृत्यु - 11 अगस्त 2020 (उम्र 70) क्रोना वायरस
जीवनसाथी - सीमा रहत और मशहूर शायरा (कवित्री ) अंजुम रहबर
सन्तान - शिबली, फैसल, सतलज
डा. राहत इन्दोरी साहब को मिले अवार्ड और सम्मान
- - Honour from Houston City Council, Houston USA
- - Honour from the Embassy of India, Riyadh, Saudi Arabia
- - Honour from Jung News Paper Publications, Karachi, Pakistan
- - Honour from Gehwara E Adab, Atlanta, USA
- - Farogh E Urdu Adab Award – Kuwait
- - Shayar E Mehfil Award – Anjuman Farogh E Urdu Adab, Kuwait
- - Mohd. Ali Taj Award, MP Urdu Academy, Bhopal
- - Honour - Rajasthan Urdu Academy, Jaipur
- - Honour - Madhya Pradesh Urdu Academy, Bhopal
- - Maulana Mohd Ali Johar Award – Jamia Old Boys Association, New Delhi
- - Adeeb International Award – Sahir Cultural Academy, Ludhiana
- - Haq Banarasi Award – Anjuman Nawa e Haq, Banaras
- - Sahitya Saraswat, Hindi Sahitya Sammelan, Prayag
- - Indira Gandhi Award, National Federation, Haldwani
- - Pradesh Ratna, Hindi Sahitya Parishad, Bhopal
- Ishrat Award, Varanasi
- - Kabeer Samman – Vaadiz Hindi Shiksha Samiti, Jammu Kashmir
- - Jagjit Singh Award, Nirmala Devi Foundation
- - Indore Ratna – Dainik Dabang Duniya, Indore
- - Rashtriya Ekta Wa Maanavta Samman, Young Indian Social Society, Amrawati
- - Kamal Madrasi Memorial Award – Punjab Association & Kamal Urdu Academy, Chennai
- - Mirza Ghalib Award, Jhansi
- - National Integration Award, Indian Cultural Society, New Delhi
- - UP Hindi Urdu Sahitya Award, Govt. of Uttar Pradesh, Lucknow
- - Rajiv Gandhi Literary Award, Hum sab Ek Hain, Bhopal
- - Award of Excellence in Urdu Poetry, Social Educational & Welfare Association (SEWA), Mumbai
- - Sadbhaawna Award, Bazm E Gango Jaman, Ujjain
- - Aafaq Haider Award, Shamim Memon Memorial Foundation, Varanai
- - Faani o Shakil Award, Dr. Urmilesh Jan Chetna Samiti, Badaun
- - Nishwar Wahidi Award, National Book Fare Trust, Kanpur
- - Netaji Subhash Alankaran, Subhash Manch, Indore
- - Dr. Zakir Hussain Award, New Delhi
- - Nishan E Aijaz, Dr. Shakil Welfare Educational Society, Bareilly
- - Kaifi Aazmi Award, Bhartiya Rashtriya Ekta Parishad, Varanasi
- - Urdu Award, Jhansi
डा. राहत इन्दोरी साहब की प्रकाशित पुस्तकें
Dr.Rahat Indori's books of poetry
डा. राहत इन्दोरी साहब की ग़ज़लें और चंद शेर
ग़ज़ल-1
आँख में पानी रखो होंटों पे चिंगारी रखो
ज़िंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो
राह के पत्थर से बढ़ कर कुछ नहीं हैं मंज़िलें
रास्ते आवाज़ देते हैं सफ़र जारी रखो
एक ही नद्दी के हैं ये दो किनारे दोस्तो
दोस्ताना ज़िंदगी से मौत से यारी रखो
आते जाते पल ये कहते हैं हमारे कान में
कूच का ऐलान होने को है तय्यारी रखो
ये ज़रूरी है कि आँखों का भरम क़ाएम रहे
नींद रखो या न रखो ख़्वाब मेयारी रखो
दोस्तो मुझ पर कोई पत्थर ज़रा भारी रखो
ले तो आए शाइरी बाज़ार में 'राहत' मियाँ
क्या ज़रूरी है कि लहजे को भी बाज़ारी रखो
ग़ज़ल-2
हों लाख ज़ुल्म मगर बद-दुआ' नहीं देंगे
ज़मीन माँ है ज़मीं को दग़ा नहीं देंगे
हमें तो सिर्फ़ जगाना है सोने वालों को
जो दर खुला है वहाँ हम सदा नहीं देंगे
रिवायतों की सफ़ें तोड़ कर बढ़ो वर्ना
जो तुम से आगे हैं वो रास्ता नहीं देंगे
यहाँ कहाँ तिरा सज्जादा आ के ख़ाक पे बैठ
कि हम फ़क़ीर तुझे बोरिया नहीं देंगे
शराब पी के बड़े तजरबे हुए हैं हमें
शरीफ़ लोगों को हम मशवरा नहीं देंगे
कता
चंद मशहूर अशार
न हम-सफ़र न किसी हम-नशीं से निकलेगा
हमारे पाँव का काँटा हमीं से निकलेगा
शाख़ों से टूट जाएँ वो पत्ते नहीं हैं हम
आँधी से कोई कह दे कि औक़ात में रहे
वो चाहता था कि कासा ख़रीद ले मेरा
मैं उस के ताज की क़ीमत लगा के लौट आया
हम अपनी जान के दुश्मन को अपनी जान कहते हैं
मोहब्बत की इसी मिट्टी को हिंदुस्तान कहते हैं
मैं मर जाऊँ तो मेरी एक अलग पहचान लिख देना
लहू से मेरी पेशानी पे हिंदुस्तान लिख देना
Conclusion :-