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उर्दू अदब में ख़तूत (चिट्ठियों) की अदबी हैसियत: एक गुमशुदा फ़न

मुकद्दिमा उर्दू अदब का जब ज़िक्र होता है तो हमारे ज़ेहन में फ़ौरन ग़ज़ल, नज़्म, अफ़साना, या उपन्यास का ख्याल आता है। लेकिन एक फ…

नसीरुद्दीन नसीर गिलानी – एक रूहानी शायर, आलिम-ए-दीन और मुर्शिद-ए-कामिल

नाम: सैयद ग़ुलाम नसीरुद्दीन नसीर गिलानी पैदाइश: 14 नवम्बर 1949 विसाल: 13 फरवरी 2009 मक़ाम: गोलड़ा शरीफ़, इस्लामाबाद, पाकिस्…

उर्दू तहज़ीब के वीरान गलियारे: रवायती उस्ताद और ख़ामोश होती आवाज़ें

बचपन ही से मेरे घर की फ़िज़ाओं में उर्दू तहज़ीब, इल्म और अदब की नर्म-ओ-नाज़ुक ख़ुशबू रची-बसी थी। जैसे हर दीवार से शेर टपकते हों,…

ज़िंदगी से इश्क़ और अल्फ़ाज़ से मोहब्बत: सुदर्शन फाकिर की शायरी का जादू

سُدرشن فاکر   एक बेबाक रूहानी शायर की मुकम्मल तासीर नाम: सुदर्शन फाकिर तख़ल्लुस: 'फाकिर' पैदाइश: 19 दिसंबर 1934, ज…

ईद पर शायरी: जज़्बात और मोहब्बत का अनूठा संगम

ईद सिर्फ़ एक त्योहार नहीं, बल्कि खुशी, मोहब्बत और भाईचारे का एक खूबसूरत जश्न है। यह दिन हर दिल में उमंग और हर चेहरें पर मुस्कान …

हिंदुस्तान और पाकिस्तान की शायरी: एक मुकम्मल तजज़िया

तआरुफ़ शायरी सिर्फ़ अल्फ़ाज़ का खेल नहीं, बल्कि यह एक अहसास है, जो दिल की गहराइयों से निकलकर काग़ज़ पर नक़्श बन जाता है। यह म…

विनोद कुमार शुक्ल: इस वर्ष के ज्ञानपीठ पुरुस्कार विजेता ,हिंदी साहित्य के अप्रतिम शब्द शिल्पी

परिचय विनोद कुमार शुक्ल (जन्म: 1 जनवरी 1937) हिंदी साहित्य के उन मूर्धन्य रचनाकारों में से हैं, जिन्होंने अपनी विशिष्ट शैली …

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