ईद पर शायरी: जज़्बात और मोहब्बत का अनूठा संगम

ईद सिर्फ़ एक त्योहार नहीं, बल्कि खुशी, मोहब्बत और भाईचारे का एक खूबसूरत जश्न है। यह दिन हर दिल में उमंग और हर चेहरें पर मुस्कान लाने का पैग़ाम देता है। जब एहसास इतने हसीन होते हैं, तो उन्हें अल्फ़ाज़ में ढालने का सबसे बेहतरीन तरीका शायरी ही है। शायरी के ज़रिए हम अपने दिल के जज़्बात को बयां कर सकते हैं और ईद की रौनक को और भी यादगार बना सकते हैं।

ईद और शायरी: जज़्बात का आइना

शायरी सिर्फ़ अल्फ़ाज़ नहीं, बल्कि एहसासों की आवाज़ होती है। जब ईद का त्योहार दस्तक देता है, तो यह अपने साथ नए अरमान, नई दुआएं और ढेरों खुशियां लेकर आता है। इस दिन शायरी का जादू और भी बढ़ जाता है, क्योंकि यह न सिर्फ़ हमारे दिल की बात कहती है बल्कि दूसरों के दिलों तक भी पहुंचाती है।

अगर आप भी ईद पर बेहतरीन शेर और शायरी की तलाश में हैं, तो आप सही जगह पर हैं। यहां आपको मिलेगी सबसे खास और चुनिंदा शायरी, जो इस मुबारक मौके को और भी दिलकश बना देगी।

ईद का चांद और शायरी की रोशनी

ईद का चांद सिर्फ़ आसमान में चमकता एक सितारा नहीं, बल्कि एक नई उम्मीद, खुशी और मोहब्बत की निशानी है। यह हमें याद दिलाता है कि मुश्किलों के बाद सुकून आता है और हर रात के बाद एक नया सवेरा होता है। यही वजह है कि शायरों ने इस चांद पर कई खूबसूरत शेर कहे हैं, जो आज भी लोगों की ज़ुबान पर हैं।

ईद मुबारक शायरी: अपने चाहने वालों तक पहुंचाएं प्यार का पैग़ाम

इस खास मौके पर अगर आप अपने दोस्तों और अपनों को अनोखे अंदाज़ में ईद की मुबारकबाद देना चाहते हैं, तो शायरी से बेहतर कुछ नहीं। हमारे इस प्लेटफॉर्म पर आपको मिलेगी सबसे बेहतरीन और चुनिंदा ईद शायरी, जो इस त्यौहार की खूबसूरती को और भी बढ़ा देगी।

पेश हैं ईद के चुनिंदा और बेहतरीन शेर 


कुछ देर उस ने देख लिया चाँद की तरफ़

कुछ देर आज चाँद को इतराना चाहिए


अक़ील नोमानी

वो सुब्ह-ए-ईद का मंज़र तिरे तसव्वुर में

वो दिल में आ के अदा तेरे मुस्कुराने की


फ़ानी बदायुनी

ईद का चाँद तुम ने देख लिया

चाँद की ईद हो गई होगी


इदरीस आज़ाद

जिस तरफ़ तू है उधर होंगी सभी की नज़रें

ईद के चाँद का दीदार बहाना ही सही


अमजद इस्लाम अमजद

फ़लक पे चाँद सितारे निकलते हैं हर शब

सितम यही है निकलता नहीं हमारा चाँद


पंडित जवाहर नाथ साक़ी

उस से मिलना तो उसे ईद-मुबारक कहना
ये भी कहना कि मिरी ईद मुबारक कर दे


दिलावर अली आज़र

जो लोग गुज़रते हैं मुसलसल रह-ए-दिल से
दिन ईद का उन को हो मुबारक तह-ए-दिल से


नतीजा 

ईद सिर्फ़ एक दिन का जश्न नहीं, बल्कि रिश्तों को और मजबूत करने का एक बहाना है। इस मौके को और भी खास बनाइए खूबसूरत अल्फ़ाज़ के संग। अगर आप चाहते हैं कि आपकी ईद यादगार बने, तो हमारे प्लेटफॉर्म पर आइए और पढ़िए ईद के सबसे शानदार और दिल को छू लेने वाले शेर।

अगर यह लेख आपके दिल को छू गया हो, तो इसे अपनों तक पहुँचाना न भूलें! ईद की रौनक, मोहब्बत भरे एहसास और शायरी की मिठास को हर दिल तक पहुँचाएं। इसे शेयर करें और इस मुबारक मौके को और भी खास बना दें! ✨🌙💕

ईद मुबारक!

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